मंगलवार, 4 अगस्त 2015

10 tips for a lovely life

श्रीमान आपका स्वागत है tips for life  में       ।
अक्सर लोगो की जुबान पर  ये नकारात्मक शब्द रहते हैं कि "यार जिंदगी तो  बेकार है " "जीना बेकार है ":"क्या करे जीकर ""जिंदगी तो बकवाश है :"आदि  ।   मेरे हिसाब से  ये वो लोग है जो समाज को बदल सकते हैं क्योकि वो अपने आप से प्रश्न  करते हैं  इस जिंदगी के बारे मै , समाज के बारे में सोचते है । .......मगर  अब  जरूरत तो केवल इतनी हे कि  इस  negative thinking को  कैसे बदला जाए ।  इस सोच को बदलने के लिए  चाहिए  केवल  positive energy   …। मगर कहाँ  से मिलेगी ये सकारात्मक ऊर्जा ? घबराइए  मत  ये ऊर्जा हम सभी के  अंदर विराजमान हे। .... बस  जरूरत है इस ऊर्जा को active करने की ॥    हम बता रहे वो   ही आसान tips …जिनका प्रयोग करके आप  अपने अन्दर की ऊर्जा को जाग्रित कर पाऐंगे..........  और फिर तुम भी  मेरी तरह यही कहोगे कि   my life  is my  love ……………and  my  love is my life ।
1.पहले खुद से प्यार करो : जी हाँ  ।   i love you and  i love to you तो आपने सभी के मुँह से सुना होगा  लेकिन शायद  i love to yourself   कभी भी न  सुना हो…   । और इसी वजह से  हजारो रिश्ते हर दिन चकनाचूर हो जाते हे। …     नकारात्मक  सोच वोलो की संख्या भी इसी वजह से बढ़  रही हे । आखिर जो खुद से ही प्यार नही करता वो ई लव  यू  कहने   का   केसा हकदार   हे ?  अर्थात  जो खुद से प्यार नही करता  वो   किसी से  भी प्यार नही कर सकता…… !!और जो प्यार ही नही कर सकता वो जिंदगी नही जी सकता  .... क्योंकि  मेरे  हिसाब से love is life  !        इसी लिए  मै कहता हूँ  तुम  पहले खुद से प्यार करो  .... फिर जिंदगी अच्छी लगेगी  ।
2.कल की चिन्ता  करना  छोड़ दें : वो लोग अपनी खुशियो  को खुद ही खुद से दूर करते है जो कल की चिंता करते है । क्योकि सच तो ये है कि  कल कभी आता ही नही। .... तो फिर उस बीते हुए या आने वाले कल  की व्यर्थ चिंता में हम अपना वर्तमान समय क्यों बेकार करें !   ये कल की चिंता ही  इंसान की वर्तमान खुशियो को छिानता है  इसीलिए  मेरी सलाह है कि  वर्तमान में जीना सीखे। …… आजाद रहें \
3.नफरत को मन से मिटा दे : अर्थात हर जगह  केवल प्रेम ही प्रेम बरसाओ। ....... किसी से मिलो तो प्रेम से ,,किसी से बोलो तो प्रेम से , कुछ लो या दो तो प्रेम से। …। बस प्रेम ही प्रेम करो । सुरुआत में आपको कोशिश करनी होगी बाद में स्वं ही आप प्रेम रूपी स्वभाव के व्यक्ति हो जाओगे । आप याद रखना  कि नफरत हमारी तथा हमारे समाज की खुशिया छिानता है जबकि प्यार हमको ओर  हमारे समाज को खुशियां बाटता है  … इसीलिए   आपसे मेरा निवेदन है  की पुराने हर गीले सिक्वे  भुला कर सिर्फ प्रेम मार्ग चुने 
4.जात -मजहब से ऊपर उठो :आप खुद को हिन्दू -मुस्लिम  समझने की बजाए  वो समझो जो आप हो ।  जी हाँ  आप  केवल एक इंसान हो , एक इंसान की ओलाद हो ।   जब हम जानते है कि ये  जात मजहब की दीवारे खुद    हमने बनाई हैं   तो इनको तोड़ने के हक़दार भी हम हैं ।  व्व्यक्तिगत व्  सामाजिक विकास के लिए ये  भेद भाव मिटाना जरुरी है ।  और आज  सेकड़ो परिवारो की खुशियां छीनने वाला आतंकवाद  भी  इसी भेद भाव की देंन है । 
5.अच्छी किताबो से दोस्ती करो :  अच्छी साहित्यक किताबे  हमारे मानसिक ,शारीरिक,सामाजिक ,आर्थिक विकास में  पूर्ण भागीदार है  और  इसी चरण से हमारी खुशियो का जन्म होता है । क्योंकि जब तक हम मानसिक ,शारीरिक ,आर्थिक  रूप से कमजोर रहते है तो हमारी ऊर्जा नकारात्मक सोच  में ही खर्च होती रहती है अत: आप अपनी इच्छा अनुसार पुस्तकें खरीदें और  हर रोज कुछ पन्ने अवश्य पढ़े । 
6.वो जरूर करो :जिसको करने से आपको ख़ुशी मिलती है वो  जरूर करे । मगर ये ध्यान रहे कि वो काम असामाजिक या गैरकानूनी न हो \ … FOR example  जैसे मुझे हरमुनियम बजाना अच्छा लगता है  और में अपनी ख़ुशी के लिए  ऐसा करता हूँ । 
7.ये भुला दो कि लोग क्या कहेंगे : लोग क्या कहेंगे ये  सोचकर आप अपनी खुशियों का गला मत घोटिये ।  ....... आखिर लोग कब नही कहते ?... लोग तो कहेंगे। ……   लोगो का काम है कहना। .... मगर आप ये मत भूलो कि कि ये जीवन आपका है  आप आपने पर्सनल  मामलो में लोगो की छोटी मानसिकता को आड़े न आने दे। … अन्यथा  आप अपने लक्ष्य से  भट सकते हो। .... और फिर आप सुखी जीवन की कल्पना तक नही कर  पाओगे । 
8. अपनी हार को भी सलाम करो : जी हाँ  आप  हार  से डरो मत  बल्कि  अपनी हार का जश्न मनाओ क्योकि  कहते हैं कि  हर के बाद ही जीत है  .… । अक्सर लोग किसी कॉम्पटीशन / इंटरवियु में  लोगो फेल होकर उदास हो जाते है  । मेरी उनसे यही नेक सलाह है कि वे  खुशी मनाये   क्योकि आपने अपना फर्ज निभाया है  और यही आपकी ड्यूटी है  जीत हार  तो चलती ही रहती है  ।  
9.अति से बचो : अधिकता (अति ) हर  चीज की बुरी है  ये बात सत  प्रतिशत  सत्य है  इस सत्य को कभी भी अस्वीकार न करें । अधिकता  xyz  किसी भी चीज की हो ।  ये  आपकी खुशीयो में रोड़ा ही बनेगी । जितना है  उसी में संतुष्ट रहें । 
10.अन्धविश्वासो से दूर रहें :किसी की बलि देना , धार्मिक स्थलों पर खून चढ़ाना ,  बिल्ली रास्ता काट जाये तो योजना रद्द करना  आदि। .... ये वो आडम्बर है  जो  एक इंसान की  कार्य शैली  में  बाधा  बनते हैं  …। और जब तक इंसान के जीवन में बाधा बनी   रहेंगी  वो भला खुश कैसे रह पायेगा। … अत :इन  बाधाओ को दूर करें। । आगे बढ़े । 
11.हवस से बचे : पैसे  की हवस हो या xyz  किसी भी प्रकार की हवस हो   ये  वो बीमारी है जो इंसान से  उसकी इंसानियत , ईमान ,इज्जत सब कुछ  निगल जाती है ।  ये बीमारी शिक्षित  लोगो के अन्दर भी घर कर लेती है तथा इसे पता तक नही चलता। …। अत हवस की बीमारी से बचे । अगर आप अच्छी किताबे प्रतीदिन पढोगे  तो  इस बीमारी से बच पाओगे /  ध्यान  , योग।, प्रणायाम आदि भी करें /

अब तुम्हारी बारी  है। ....... जी  सर  अब आप  लिख  दीजिये  अपनी पर्तिकिर्या  और सुझाव  । आपकी  पर्तिकिर्या  मेरे लिए  अनमोल खजाना  है  अत : अभी लिखें  hit786.hit@gmail.com